भौंरी स्थित राम रिसोर्ट में आयोजित राज्य स्तरीय डायरेक्ट वॉलीबॉल चैम्पियनशिप का भव्य समापन हुआ, जिसमें इंदौर टीम ने खिताब पर कब्जा जमाया, जबकि भोपाल उपविजेता रही। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने किया था, जिन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित करते हुए डायरेक्ट वॉलीबॉल को प्रदेशभर में बढ़ावा देने की बात कही।

डायरेक्ट वॉलीबॉल प्रमोशन एसोसिएशन - इंडिया के चेयरमैन अफ़रोज़ शाह ख़ान का योगदान इस खेल के विकास में सबसे अहम रहा। उनके कुशल नेतृत्व और संगठनात्मक पकड़ के कारण यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। खेल को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने का उनका सपना अब धीरे-धीरे हकीकत में बदल रहा है। वे इस खेल के प्रचार-प्रसार के लिए लगातार प्रयासरत हैं और डायरेक्ट वॉलीबॉल प्रीमियम लीग की तैयारी में सबसे आगे हैं।

मध्यप्रदेश डायरेक्ट वॉलीबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष और उद्योगपति डॉ. एल. एन. मालवीय ने इस आयोजन को भव्यता प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। उनकी आर्थिक और रणनीतिक सहायता के बिना इस स्तर का आयोजन संभव नहीं था। उनका उद्देश्य केवल एक टूर्नामेंट कराना नहीं, बल्कि इस खेल को प्रदेश के हर कोने तक पहुंचाना है।

डायरेक्ट वॉलीबॉल एसोसिएशन से पिछले 8 महीनों से जुड़े जी. पी. माली ने अपनी प्रशासनिक कुशलता और संगठनात्मक पकड़ से यह सुनिश्चित किया कि आयोजन का हर चरण बेहतरीन तरीके से पूरा हो। उनकी अनुभवशीलता और प्रबंधन क्षमता से एसोसिएशन को एक मजबूत दिशा मिली है।

मध्यप्रदेश डायरेक्ट वॉलीबॉल एसोसिएशन के चेयरमैन राधेश्याम भार्गव और महासचिव रोहित सिंह ने एसोसिएशन के विस्तार और इस चैम्पियनशिप को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों से न केवल आयोजन सफल रहा, बल्कि डायरेक्ट वॉलीबॉल को और अधिक लोकप्रियता भी मिली।

भोपाल जिला डायरेक्ट वॉलीबॉल एसोसिएशन के नव नियुक्त अध्यक्ष सचिन माली ने इस आयोजन में युवा सोच और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उनकी अगुवाई में जिले को एक नई ऊर्जा मिली है और वे खिलाड़ियों के लिए एक मजबूत मंच तैयार कर रहे हैं। उनके हाथों में भोपाल जिले की कमान होने से डायरेक्ट वॉलीबॉल को एक नई गति और दिशा मिल रही है।

भव्य आयोजन और नए प्रयोग: राम रिसोर्ट के मालिक मनोज सिंगरोली (भोला भैया) का इस आयोजन में विशेष योगदान रहा। उन्होंने न केवल अपना रिसोर्ट उपलब्ध कराया, बल्कि खिलाड़ियों के ठहरने की उत्तम व्यवस्था भी सुनिश्चित की।इस बार आयोजन में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई, मुख्य अतिथियों के बजाय, पुरस्कार वितरण एसोसिएशन की कर्मठ टीम द्वारा किया गया। यह अपने आप में खेल जगत को नया संदेश देता है कि मेहनत करने वालों को ही सम्मानित करने का अधिकार है। इस टीम का नेतृत्व युवा ऊर्जा के प्रतीक सचिन माली ने किया, जो इस खेल के भविष्य को नई दिशा देने के लिए तत्पर हैं।

आगे की राह: डायरेक्ट वॉलीबॉल अब केवल एक खेल नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ता एक आंदोलन बन चुका है। डायरेक्ट वॉलीबॉल प्रीमियम लीग के साथ आने वाले समय में यह खेल और बड़े स्तर पर पहुंचेगा। मजबूत नेतृत्व, रणनीतिक सोच और युवा जोश के साथ, यह खेल जल्द ही प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में अपनी विशेष पहचान बनाएगा।                                                                                                                                                                                                         बीके इंजी नरेश बाथम

न्यूज़ सोर्स : mp1news Bhopal