नई दिल्ली ।  यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष को लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। हालांकि जल्द नये अध्यक्ष के ऐलान को लेकर चर्चाओं का बाजार लगातार गर्म है। इस बीच दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाने वालों की संख्या खासी बढ़ गई है। कुछ दिग्गज खुद के लिए तो कई करीबियों के लिए लॉबिंग करने में जुटे हैं। बीते तीन दिनों में यूपी के आधा दर्जन नेताओं ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है। योगी सरकार का दूसरा कार्यकाल शुरू होने के साथ ही भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा था। ज्यों-ज्यों समय बीत रहा है, अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। इस रेस में केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्रियों के अलावा सांसद, विधायक, एमएलसी और प्रदेश पदाधिकारी शामिल हैं। दो दिन पूर्व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और अगले दिन डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने नड्डा से मुलाकात की। हालांकि केशव को हाल ही में स्वतंत्रदेव सिंह को हटाकर विधान परिषद में दल का नेता बनाया गया है। गत दिवस एमएलसी विद्यासागर सोनकर के भी नड्डा से मिलने की चर्चा है। इनके अलावा भी कई अन्य नेता हाल ही में नड्डा के अलावा गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। इन मुलाकातों को अध्यक्ष पद के लिए पेशबंदी के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल, पार्टी के कुछ दिग्गज अपनी बात न बन पाने की स्थिति में किसी अपने की ताजपोशी कराना चाहते हैं। ऐसे में लॉबिंग का सिलसिला तेज हो गया है। उधर, पार्टी नेतृत्व भीफैसला लेने से पहले सबका मन टटोलने में लगा है। नया अध्यक्ष 2024 को ध्यान में रखकर बनाया जाना है, सो फूंक-फूंककर कदम रखे जा रहे हैं। यूपी के जातीय के साथ ही सियासी समीकरणों का भी ध्यान रखा जा रहा है। बीते दिनों दिल्ली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद अब माना जा रहा है कि सप्ताहभर में पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है।