राजगढ़  ।  मात्र तीन सौ रुपये के विवाद में यात्री दो भाइयों ने टैक्सी ड्राइवर की गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपित टैक्सी में ड्राइवर का शव रखकर राजगढ़ जिले के पचौर ले आए। टोल नाका के पास शव तथा वाहन को छोड़कर भाग गए। पचौर पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

ये है पूरा मामला

बताया जाता है कि मलावर थाना के ग्राम चुकल्या निवासी रवि गोस्वामी (25) व उसका भाई दीपक गोस्वामी (22) निजी वाहन के कागजात लेने बस से सोमवार को इंदौर गए थे। उसी शाम को दोनों भाइयों ने उज्जैन में महाकाल मंदिर जाने के लिए इंदौर में सरवटे बस स्टैंड के पास टैक्सी किराए पर ली। टैक्सी चालक कालांदी कालोनी थाना बाणगंगा निवासी अंकित(27) पुत्र कांता प्रसाद शर्मा को लेकर आरोपित उज्जैन पहुंचे। वहां महाकाल परिसर की पार्किंग में आरोपितों और टैक्सी ड्राइवर के बीच किराया राशि को लेकर विवाद हो गया। टैक्सी ड्राइवर 2500 रुपये मांग रहा था, जबकि आरोपित 2200 रुपये दे रहे थे।

दोनों भाइयों ने मिलकर की हत्या

विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपित दोनों भाइयों ने टैक्सी में ही ड्राइवर की गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपित वहां से टैक्सी में ड्राइवर के शव को बीच में रखकर राजगढ़ की ओर आ गए। देर रात जब ड्राइवर के मोबाइल पर उसके भाई अमित शर्मा ने काल किया तो एक बार घंटी बजने के बाद दोबारा आरोपितों के फोन काट दिया। अमित ने जीपीएस के माध्यम से टैक्सी की लोकेशन चेक की तो वाहन राजगढ़ की ओर चलता हुआ पाया। संदेह होने पर अमित ने पुलिस को डायल-100 के माध्यम से सूचना दी।

टैक्सी के शाजापुर निकलने के बाद पनवाड़ी के समीप उन्होंने शव को बीच की सीट से डिग्गी में शिफ्ट किया था।इधर पुलिस को जीपीएस सिस्टम के आधार पर टैक्सी की लोकेशन मिल चुकी थी, इसलिए पुलिस का डायल- 100 वाहन उसी रूट पर दौड़ने लगा। टोल नाका के समीप डायल-100 वाहन को देखकर आरोपित टैक्सी को सड़क किनारे खड़ा कर भाग गए थे। बाद में पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने में सफलता हासिल की।