लखनऊ । 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्रद्धालुओं को अयोध्या लाने के लिए योगी सरकार ने विभिन्न शहरों से ग्रीन कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की और से ये ग्रीन कॉरिडोर गोरखपुर-अयोध्या, प्रयागराज-अयोध्या, वाराणसी-अयोध्या और लखनऊ-अयोध्या मार्ग पर बनाया जाएगा। यह निर्णय प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में परिवहन निगम के सभागार कक्ष में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों के संबंध में हुई समीक्षा बैठक में लिया गया। 
उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं, यात्रियों को आवागमन में समस्या न हो, इसी के दृष्टिगत दो माह के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। आवश्यकतानुसार इसे आगे भी बढ़ाया जाएगा। रेलवे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आस्था एक्सप्रेसवे का संचालन कर रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा के लिए परिवहन निगम इलेक्ट्रिक बसें संचालित करेगा। प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टैक्सी, इलेक्ट्रिक आटो, बसें इत्यादि आसानी से उपलब्ध हो, इसकी तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सुनिश्चित कर लें कि ड्राइवर, कंडक्टर वर्दी में रहें। ब्रेथ एनलाइजर से सभी चालक, परिचालक की जांच की जाए। इण्टरसेप्टर के माध्यम से ओवर स्पीडिंग की भी जांच की जाए, जिससे कि दुर्घटना को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बसों में ओवर लोडिंग की जांच की जाए।
प्रमुख सचिव ने कहा कि बस स्टेशन एवं बसें साफ-सुथरी रहें। बसों एवं बस स्टेशनों पर रामधुन, राम भजन बजाया जाए जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं को फील गुड हो। उन्होंने कहा कि एलईडी एवं फ्लैक्सी के माध्यम से श्रद्धालुओं को जानकारी उपलब्ध कराई जाए। बसों में अधिकारियों के कान्टेक्ट नम्बर लिखे हों। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी के पश्चात प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या दर्शन करने आने की संभावना है। श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सेवा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी परिवहन विभाग की है। उन्होंने अधिकारियों को सतर्कता एवं लगनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।