प्रयागराज । यूपी लोक सेवा आयोग की आरओ और एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को प्रदेश के 58 जिलों के केंद्रों पर हुई थी। इस परीक्षा में करीब 25 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे, लेकिन पेपर लीक होने से प्रतियोगी छात्रों में काफी निराशा है। जिसको लेकर उनमें काफी आक्रोश है। इस परीक्षा को निरस्त कर दुबारा पेपर कराने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने आयोग का घेराव किया है। अभ्यर्थियों की मांग है कि यह परीक्षा दोबारा कराई जानी चाहिए।
वहीं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट के बाहर छात्रों की बढ़ती भीड़ देख लोक सेवा आयोग ने अपने एक प्रतिनिधि संयुक्त सचिव मीडिया प्रभारी लोक सेवा आयोग विनोद गौड़ को कुछ छात्रों से बातचीत के लिए भेजा। जिसमें विनोद गौड़ ने छात्रों से आश्वासन दिया कि इसके लिए एसटीएफ की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम गठित कर दी गई है। उन्होंने छात्रों से मौका मांगते हुए कहा कि निष्पक्ष जांच में जो भी सामने आएगा लोक सेवा आयोग की ओर से छात्र हित में फैसला लिया जाएगा। प्रतियोगी छात्रा मछली सिंह बताती हैं कि वह पिछले 5 साल से समीक्षा अधिकारी के पेपर का इंतजार कर रही थी। जिसको लेकर उसने अच्छी तैयारी भी की थी लेकिन पेपर आउट की खबर सुनते ही उन्हे गहरा सदमा लगा है। वह लोक सेवा आयोग से कहना चाहती है कि पेपर को कैंसिल कर फिर से परीक्षा आयोजित कराई जाए। वहीं धरने पर बैठी निहारिका का कहना है कि घर वालों का इतना दबाव होता है कि जल्दी से नौकरी में लगो नहीं तो 2 साल में शादी कर देंगे। अगर ऐसे ही लगातार पेपर आउट होते रहे तो नौकरी मिलना संभव नहीं है।