भोपाल 9मई/गांव-गांव में जगाई जा रही है जल संरक्षण की अलख

प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान में दिन-प्रतिदिन पानी के संरक्षण को लेकर जन सामान्य के उत्साह में लगातार वृद्धि हो रही है। नारे लेखन के साथ गांव-गांव में जल संरक्षण की अलख जगाई जा रही है। आने वाले बरसात के मौसम को देखते हुए व्यापक स्तर पर पौध-रोपण के लिये उचित जगह चिन्हित की तैयारी की जा रही है। अभियान 30 जून तक चलेगा।
दीवार लेखन से जल बचाव का दिया जा रहा है संदेश
बैतूल जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में आठनेर विकासखंड में नवांकुर संस्थाओं द्वारा चलाया जा रहा जन-जागरूकता अभियान जन-आंदोलन का रूप लेता जा रहा है। जिले में दीवार लेखन, संगोष्ठियां एवं स्वच्छता गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण का महत्व समझाया जा रहा है। जन भागीदारी को बढ़ाने के लिये जल प्रहरी गांव-गांव में सक्रिय हैं। जल प्रहरी ने जल चौपाल में बताया कि जल संकट एक गंभीर समस्या है, यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में स्थिति और भयावह हो सकती है। जिले में जल संगोष्ठियों का आयोजन, जल स्रोतों की सफाई एवं नदी-तालाबों की स्वच्छता जैसे कार्य किए जा रहे हैं।
ग्राम चिनकी में हुई जल चौपाल
नरसिंहपुर जिले में ग्राम चिनकी में जल गंगा संवर्धन अभियान में जल चौपाल का आयोजन किया गया। जल चौपाल में जिला समन्वयक श्री जयनारायण सिंह ने कहा कि जल संरक्षण व संवर्धन के लिए वर्षा जल संग्रह करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में जल संरचनाओं का निर्माण व पुरानी जल संरचनाओं की साफ-सफाई और उनके संरक्षण के कार्य किए जा रहे हैं। जिले में जल के महत्व पर संवाद, संगोष्ठी, परिचर्चा, रैली, शपथ, रंगोली प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाई जा रही है। इस कार्य में जिले की नवांकुर संस्था, ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति, सामाजिक, धार्मिक, स्वैच्छिक संगठनों, सीएमसीएलडीपी के विद्यार्थियों के साथ आम नागरिक अपनी सहभागिता निभा रहे हैं।
जल है प्रकृति का अमूल्य उपहार
डिण्डोरी जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान प्रगति पर है। यह अभियान जन-जन के जीवन से जुड़ा महत्वपूर्ण अभियान है। अभियान में नये तालाब बनाये जा रहे हैं। साथ ही पुराने तालाबों, बावड़ियों और कुँओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। नदियों को साफ-स्वच्छ एवं जल एकत्रित करने के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं। इस अभियान के तहत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व वाले तालाबों, जल स्रोतों तथा देवालयों में जल संरक्षण के कार्य भी किये जा रहे हैं। यह कार्यक्रम जन प्रतिनिधियों, स्थानीय समुदाय, जनभागीदारी, आमजन और सरकार के संयुक्त प्रयास से संचालित हो रहे है।
ग्राम सुन्हादादर में जल संरक्षण को लेकर नदी के आसपास स्वच्छता कार्य किया गया। इसी प्रकार ग्राम रैतवार महाजन टोला में मेंटर्स धन्नूसिंह तेकाम एव ग्रामीणों के द्वारा जल संरक्षण को लेकर तालाब के अन्दर मे स्वच्छता अभियान चलाकर श्रमदान किया गया।
जल संरक्षण के लिए ग्रामीणों ने लिया संकल्प
मंडला जिले में नैनपुर ग्राम पंचायत जहरमऊ के प्राचीन शंकर तालाब में स्वच्छता अभियान चलाया गया। तालाब की सीढ़ियां को साफ करते हुए लगभग 200 तगाड़ी चोई, प्लास्टिक का कचरा निकाला गया। विकासखण्ड समन्वयक श्री संतोष कुमार झारिया द्वारा जल संरक्षण हेतु शपथ दिलाई गई।
खाई तालाब में सफाई अभियान
बालाघाट जिले में लांजी किले से लगे खाई तालाब में श्रमदान किया गया। अभियान में जलाशयों की सफाई, पौध-रोपण एवं जल संरचनाओं के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। लांजी के किला परिसर से लगे तालाब की सफाई में सफलता के लिए सामूहिक प्रयासों को महत्व दिया जा रहा है। इसी कड़ी में ऐतिहासिक किला परिसर से लगे खाई तालाब पर श्रमदान कर स्वच्छता अभियान चलाकर जेसीबी द्वारा लगभग 2.50 टन कचरा एवं खरपतवार को निकाला गया।
सुधारे गए नल कनेक्शनों के लीकेज
टीकमगढ़ जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा जल जीवन मिशन के तहत जतारा विकासखंड के ग्राम चतुरकारी में एकल जल प्रदाय योजना के अंतर्गत जनजातीय क्षेत्रों मे नल कनेक्शनों के लीकेज की मरम्मत कर उन्हें सुधारा गया। अभियान के अंतर्गत यह पहल ग्रामीणों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के उद्देश से की गई है एवं ग्रामीणों को सलाह दी गई है की पानी भरते ही नल की टोटी बंद कर देना चाहिए, जिससे जल बर्बाद होने से रोका जा सके।
नहर में की गई साफ-सफाई
छतरपुर जिले में जल स्त्रोतों के जीर्णोद्धार एवं मरम्मतीकरण का कार्य किया जा रहा है। उर्मिल वृहद योजना के अंतर्गत मुख्य नहर चैन क्रमांक 50 पर साफ सफाई का कार्य किया जा रहा है। गौरिहार के अंतर्गत लघु तालाब, मनुरिया की नहर में अनावश्यक पेड़-पौधे और झाड़-झाड़ियों की साफ सफाई का कार्य किया गया। साथ ही मध्यम परियोजना बेनीसागर बांध के अंतर्गत नहरों के अंतिम छोर में स्टोन लगाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा ग्राम ढिमरवा में ग्रामीण के सहयोग से स्टॉप डैम के पास नाले में स्वच्छता अभियान चलाया गया। साथ ही बड़ामलहरा में अभियान अंतर्गत तालाब गहरीकरण एवं पिचिंग का कार्य भी किया जा रहा है।
मैहर के बाबा तालाब घाट की सफाई की गई
मैहर जिले में जन सहभागिता से बाबा तालाब परिसर के घाट की सफाई की गई। साथ ही स्वच्छता का संदेश देते हुए समुदाय को आगे आकर जल स्रोतों की सफाई करने का संकल्प दिलाया गया। सफाई अभियान के दौरान जिला प्रशासन अमले द्वारा जिले के तालाबों और जल स्रोतों पर किये गये अतिक्रमण को हटाने का भी निर्णय लिया गया।
कुकड़ेश्वर की बावड़ी में किया गया श्रमदान
नीमच जिले के मनासा में प्रेरणादायक पहल करते हुये जल संरक्षण जागरूकता रैली का आयोजन कर कुकड़ेश्वर के चौधरी मोहल्ला वार्ड क्रमांक तीन स्थित प्राचीन बावड़ी में स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया। जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर, विधायक मनासा श्री अनिरूद्ध माधव मारू, नगर पालिका की उपस्थिति में श्रमदान किया गया।
जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर ने जल संरक्षण पर मार्गदर्शन देते हुए कहा, कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण, स्वच्छता और जागरूकता की दृष्टि से शुरू किया गया जल गंगा संवर्धन अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान है। इस मौके पर संगोष्ठी में बताया गया कि हम सभी गांव में पहाड़ों या उंचे स्थानों पर कंटूर ट्रेंच बना कर, खेत पर मेड़ बंधान, नदियों के स्टॉप डैम पर पानी रोकने का कार्य करें, जिससे धीरे-धीरे गांवों में जलस्तर बढ़ने लगेगा, इस तरह के प्रयासों को जन-जन तक पहुँचाकर जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए।
प्राचीन बावड़ी की सफाई कर जल संरक्षण का दिया गया संदेश
रतलाम जिले में प्रेरणादायक पहल करते हुए हर्देश्वर महादेव मंदिर परिसर में स्थित सदियों पुरानी प्राचीन बावड़ी की साफ-सफाई एवं संरक्षण कार्य संपन्न किया गया। नगर परिषद नामली की अध्यक्ष श्रीमती अनीता रजनीश परिहार ने कहा कि नगर परिषद जल संरक्षण जैसे पुनीत कार्यों में सदैव सक्रिय भूमिका निभाएगी। जन अभियान परिषद के इस प्रयास की नगर के सामाजिक कार्यकर्ता सत्येंद्र परिहार ने प्रशंसा की और सभी को संकल्प दिलाया कि इस तरह के प्रयासों को जन-जन तक पहुँचाकर जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाया जाएगा। सैलाना के ग्राम कपासिया में भी तालाब की सफाई की जाकर जल संरक्षण का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया।
मुकेश मोदी/बीके इंजी नरेश बाथम