भोपाल/ ब्रह्माकुमारीज़, सुख शांति भवन नीलबड़ में मनाया गया विश्व शांति दिवस
ब्रह्मा बाबा ने परमात्मा द्वारा बतलाए मार्ग पर चलकर समाज को नई दिशा दी... ब्रह्माकुमारी नीता दीदी,18जनवरी: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संस्थापक ब्रह्मा बाबा की 54 वीं पुण्यतिथि को श्रद्घापूर्वक विश्व शान्ति दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी नीता दीदी ने कहा कि पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने परमात्मा द्वारा बतलाए गए मार्ग पर चलकर समाज को एक नई दिशा दी। इस समय विश्व इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण समय संधिकाल चल रहा है। जबकि निराकार परमपिता परमात्मा अपने साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर संस्कार परिवर्तन और नई सतोप्रधान दुनिया की पुर्नस्थापना करा रहे हैं।
उन्होंने बतलाया कि प्रजापिता ब्रह्मा को इस संस्थान में परमात्मा, भगवान अथवा गुरु का दर्जा नहीं दिया जाता है। अपितु वह भी एक इन्सान थे जिन्होंने नारी शक्ति को जिम्मेदारी का कलश देकर उनका मान बढ़ाया और महिला सशक्तिकरण का कार्य किया। वर्ष 1936 में समाज में महिलाओं की स्थिति दोयम दर्जे की थी किन्तु ब्रह्माबाबा ने महिलाओं में छिपी नैतिक और आध्यात्मिक शक्तियों को सामने लाकर विश्व में एक नई शुरुआत की।
ब्रह्माकुमारी नीता दीदी ने वैश्विक बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि जब सृष्टि प्रारम्भ हुई तो सतोप्रधान थी। उस समय यह दैवभूमि कहलाती थी। सभी प्राणी मात्र दैवी गुणों से सम्पन्न होने के कारण देवी और देवता कहलाते थे। चहुं ओर सुख शान्ति व्याप्त थी। किन्तु द्वापर युग से समाज में नैतिक पतन होने से दु:ख-अशान्ति की शुरुआत हुई। तब विभिन्न धर्म पैगम्बरों ने अपने-अपने धर्मों की शिक्षा देकर नैतिक और सामाजिक गिरावट को रोकने का कार्य किया। इससे अधोपतन की गति में कमी जरूर आयी लेकिन पूरी तरह से उस पर रोक नही लग सकी।
उन्होंने कहा कि आज विश्व में भौतिक चकाचौंध बहुत है लेकिन दु:ख, अशान्ति, तनाव, बीमारी आदि की भी कमी नहीं है। अब यह सृष्टि इतनी पुरानी और जर्जर हो चुकी है कि इसका पुनर्निमाण ही एकमात्र समाधान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय कोई भी मनुष्यात्मा विश्व का उद्घार नहीं कर सकते हैं। यह परमपिता परमात्मा का कार्य है जो कि वह वर्तमान संगमयुग पर आकर कर रहे हैं। इस पुनीत अवसर पर ब्रम्हाकुमारीज़ सुख शांति भवन, नीलबड़ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थित रहकर प्रजापिता ब्रह्मा के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसमें विशेष रुप से भोपाल शहर के आर्च बिशप दुरई राज जी, श्री. जी. पी. माली (अध्यक्ष, डेप्युटी कलेक्टर एसोसिएशन, मध्य प्रदेश), फादर मारिया स्टीफन आदि ने उपस्थिति दर्ज की। सभी साधकों ने दिनभर मौन रहकर राजयोग मेडिटेशन के द्वारा विश्व शांति के लिए सकारात्मक प्रकंपन फैलाए।