‘जीवन का उद्देश्य’ विषय पर बी की शिवानी दीदी का लाइव टॉक शो सम्पन्न अंतर्राष्ट्रीय वक्ता बी के शिवानी दीदी ने लाइव टॉक शो मे दिया। मन की स्थिति का असर शरीर पर पड़  रहा है। हमने बाहर की लाइफस्टाइल तो अच्छी कर ली लेकिन हमे मन के सोचने का तरीका भी बदलना होगा, क्यूंकि स्वस्थ शरीर बिना स्थिर मन के मुश्किल है। जब हम चिंता करते हैं तो हमारा शरीर सुन रहा है, जब हम दुखी है तो हमारा शरीर सुन रहा है।फिर शरीर उसी समय बीमार नहीं होता, थोड़े टाइम बाद बीमार होता है। लेकिन समय के साथ हमारे मन में जो ब्लाकेज होते जाते हैं वही ब्लोकेज हमारे मन मे होते जाते हैं। फिर हम उसका इलाज भी केवल शरीर पर करते हैं। अगर उस इलाज को केवल शरीर पर करेंगे सोच को नहीं बदलेंगे तो कुछ समय बाद वो बीमारी फिर से हो जाती है। क्यूंकि  बीमारी शरीर मे शुरू नहीं होती, बीमारी शरीर मे आने के बाद दिखाई देती है।जीवन मंत्र शिवानी दीदी ने जीवन दुआ ध्यान और प्रेम की शक्ति बताई कहा दुआ कमाने का मौका ना छोड़े नफरत के ट्रांजैक्शन को रोके,बि ना कोई भूमिका बनाए उन्होंने ॐ शब्द का उच्चारण कराते हुए कहा- ओम शांति। एक मिनट के लिए सभी लोग ध्यान लगाते हैं। इस दौरान दीदी ध्यान की शक्ति बताते हुए शरीर, मस्तिष्क, मन से नकारात्मक विचारों को बाहर निकालने का आह्वान करती है। उक्त विचार अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता बी के शिवानी दीदी ने आज  ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस, सहस्त्रबाहु नगर, होशंगाबाद रोड भोपाल मे जीवन का उद्देश्य विषय पर आयोजित टॉक शो  के दौरान व्यक्त किए।                   लाइफ स्टाइल चेंज करने की आवश्यकता : टॉक शो में शिवानी दीदी ने कहा कि लाइफ स्टाइल मतलब हम सोचते कैसे हैं, तो जब कोई बात जीवन में आई, किसी ने कुछ कहा या कुछ किया या कोई प्रॉब्लम चल रही है या घर में कोई परिस्थिति है और हम उसके बारे मे सोचते जाते हैं और जो हम सोच रहे है वो बहुत पाज़िटिव नहीं है क्यू हुआ, क्या हुआ,कैसे होगा, आगे कैसे होगा, इसका क्या होगा मेरा क्या होगा ? जब हम ऐसे सोचते जाते ढाईं तो ये सोच सिर्फ मन मे नहीं रहती वो शरीर तक पहुचती है | इसलिए अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है।                                                                                             जहां मेरे मन को जाने की जरूरत नहीं वहाँ उसे न जाने दें : शिवानी दीदी ने टॉक शो में कहा कि जहां मेरे मन को जाने देने की जरूरत नहीं उसे वहाँ न जाने दें। अगर वो बार बार जम्प करता रहेगा तो उसकी स्थिरता और शक्ति क्षीण होती रहेगी। फिर हम कहते कि हमारी एकाग्रता नहीं होती, कॉन्सेंटरेसन नही होता, एकरस स्थिति नहीं होती। अगर मन बार बार जम्प करेगा तो थक जाता है तो परेशान हो जाता है। जब परेशान हो जाता है तो इरिटेट हो जाता है और जब मन इरिटेट हो जाता है तो मन गुस्सा भी कर देता है।                                                                                             चार तरह के विचार (थाटस) शिवानी दीदी ने चार तरह के विचार की बात कही : 1.जो हुआ उसको भूल जाओ , जो बीता वो फिनिश फुल स्टॉप 2.जो आपने किया उसके लिए मैं आपको क्षमा करती हूँ आपको क्षमा फुल स्टॉप 3.जो बात हुई थी वो बात को मैं खतम करती हूँ फुल स्टॉप 4.मेरे तरफ से आज से आपकी तरफ केवल दुवाएं ही आएंगी फुल स्टॉप 

गलती करने वालों को भी दुआ दी जा सकती है : शिवानी दीदी ने कहा कि जो हमारे साथ गलत कर रहे हैं उनको भी दुआ दी जा सकती है, जो बहुत गलती कर रहे उनको बहुत दुआ देनी है और जो बहुत बहु बहुत गलती कर रहे हैं उनको बहुत बहुत दुआ देनी है क्यूंकी जो बहुत कमजोर है उसको उतने सहारे की आवश्यकता होती है। 

ज्ञान खुराक है एक्सर्साइज़ मेडिटेशन है: मन की बीमारी को ठीक करने के लिए ज्ञान खुराक का काम करती है , मेडिटेशन एक्सर्साइज़ है। जब हम प्रतिदिन ईश्वरीय ज्ञान को जीवन मे धारण करते हैं एवं परमपिता परमात्मा द्वारा सिखाए जा रहे मेडिटेशन का प्रतिदिन अभ्यास करते हैं तो मन सहज ही स्वस्थ हो जाता है। मन स्वस्थ होने से तन  भी स्वस्थ रहता है।                                                                                                                                                   सर्वप्रथम अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशन स्पीकर बीके शिवानी दीदी ने व ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बीके डॉ रीना दीदी ने ब्लेसिंग रूम में बाबा के सामने दीप प्रज्वलित किया।                                                                                                                                                   कार्यक्रम मे ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने शिवानी दीदी का फूल मालाओं से स्वागत किया।                                                                                                                                                             कार्यक्रम मे ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की निदेशिका राजयोगिनी अवधेश दीदी का फूल मालाओं से स्वागत किया।                                                                                                         भोपाल ज़ोन की निदेशिका राजयोगिनी अवधेश दीदी और सभी ब्रह्मकुमारी बहन-भाइयों ने दीप प्रज्वलित किया।        राजयोगिनी अवधेश दीदी ने शिवानी दीदी के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए सभी ब्रह्मकुमारी भाइयों और बहनों को व उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों को कहां की शिवानी दीदी की बातों को जीवन में धारण करना चाहिए। साथ ही अवधेश दीदी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को ब्रह्माकुमारी संस्थान ज्वाइन करना चाहिए जिसकी कि हम फिस भी लेते हैं जोकि एक आना के रूप में होती है, एक आना से हमारा तात्पर्य है की आप अगर संस्थान से जुड़ते हैं तो आप दिन में एक बार सप्ताह में एक बार या महीने में एक बार संस्थान मैं आपका आना जरूरी है।                                                    कार्यक्रम में हजारों की संख्या में भोपाल व अन्य जिलों से आए ब्रह्मकुमारी व ब्रह्म कुमार और भोपाल के गणमान्य नागरिकों सहित भोपाल ज़ोन की वरिष्ठ दीदियाँ भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।                                                                                                     ईश्वरीय सेवार्थ एवं ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने सभी ब्रह्म कुमार और ब्रह्मकुमारी भाई बहनों से व भोपाल के गणमान्य नागरिकों से अपील की की सभी कार्यक्रम के बाद स्वल्पाहार जरूर ग्रहण करें। ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी.के. डॉ. रीना दीदी ने बताया कि भोपाल वासियों के लिए ब्लेसिंग हाउस, सहस्त्रबाहु नगर भोपाल में सुबह 7 से 8 एवं शाम 7 से 8 बजे तक राजयोग शिविर का आयोजन किया गया है। यह शिविर निःशुल्क है एवं इसमे कोई भी भाग ले सकते हैं।