भोपाल । हिमालय से आ रही बर्फीली हवा ने राजधानी भोपाल में दिन व रात का पारा गिरा दिया। तीन दिन की राहत के बाद मध्यप्रदेश में बर्फीली हवाओं ने ठंड की एक और इनिंग शुरू कर दी है। राजधानी भोपाल इंदौर और ग्वालियर समेत प्रदेश के दूसरे शहरों में पारे में गिरावट आने से ठिठुरन बढ़ गई है। मौसम विभाग के मुताबिक आज रात के तापमान में और गिरावट होने की संभावना है। ग्वालियर-चंबल बुंदेलखंड बघेलखंड और महाकौशल में कहीं-कहीं कोहरा छा सकता है। इन इलाकों में रात का पारा तेजी से लुढ़क सकता है। ऐसे में यहां ठंड का जोर शुरू होगा। अगले तीन दिन के दौरान भोपाल और इंदौर में रात का पारा 4 डिग्री तक गिर सकता है। इससे ठंड और बढ़ जाएगी।
मौसम वैज्ञानिक वाहिद खान ने बताया उत्तर भारत में 3 दिन पहले पहुंचा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस वहां से गुजर चुका है। इस कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। वहां बर्फ पिघलने के बाद मध्यप्रदेश में बर्फीली हवा आई। अब हमारे यहां हवा का रुख बदलकर उत्तर-पश्चिमी हो गया। जम्म-कश्मीर में इस सीजन की पहली तेज बर्फबारी और बारिश हुई। जम्मू-श्रीनगर हाईवे भूस्खलन से बंद है। देवी धाम में सेवा भी रुक गई है। पटनीटॉप नत्थाटॉप गुलमर्ग और पहलगाम में स्कीइंग शुरू हो गई है। सेब किसान खुश हैं। 10 जिलों में हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया गया है।
मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो गया है। बादल भी छंट गए हैं। इस करण अगले तीन दिन के दौरान मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के पूर्वी इलाकों ग्वालियर चंबल छतरपुर और खजुराहो में कहीं-कहीं घना कोहरा रह सकता है। सीवियर कोल्ड वेव और कोल्ड डे हो सकता है। 16 जनवरी को भी यही स्थिति रहेगी। 17 और 18 को भी तापमान कम रहेगा।
मध्यप्रदेश में 20 जनवरी से बादल छाने लगेंगे। सबसे ज्यादा छतरपुर और जबलपुर में बादल छाएंगे। भोपाल-इंदौर में इस दौरान दिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे आ सकता है। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बादल छाने से दिन का पारा गिरेगा जबकि रात का पारा चढ़ जाएगा। 22 और 23 जनवरी को भी घने बादल छाएंगे।