नई दिल्ली । केंद्र सरकार के खाने के तेलों के आयात शुल्क बढ़ने की संभावना के कारण किसानों के मंडियों में आवक घटाने के बीच बीते सप्ताह सभी तेल-तिलहनों के दाम में सुधार देखने को मिला तथा सरसों, मूंगफली एवं सोयाबीन तेल-तिलहन, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल के भाव मजबूत बंद हुए। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 150 रुपये बढ़कर 6,275-6,315 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का भाव 400 रुपये बढ़कर 12,400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 55-55 रुपये की मजबूती के साथ क्रमश: 1,985-2,085 रुपये और 1,985-2,100 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज का भाव क्रमश: 170-170 रुपये की मजबूती के साथ क्रमश: 4,670-4,700 रुपये प्रति क्विंटल और 4,480-4,605 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसी प्रकार सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमश: 125 रुपये, 125 रुपये और 50 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 10,575 रुपये, 10,175 रुपये तथा 8,750 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए।मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में सुधार रहा। मूंगफली तिलहन 75 रुपये की मजबूती के साथ 6,550-6,825 रुपये क्विंटल, मूंगफली तेल गुजरात 100 रुपये के सुधार के साथ 15,525 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव 25 रुपये के सुधार के साथ 2,335-2,635 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 325 रुपये की मजबूती के साथ 9,425 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। जबकि पामोलीन दिल्ली का भाव 200 रुपये के सुधार के साथ 10,525 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव 300 रुपये के सुधार के साथ 9,725 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।बिनौला तेल 350 रुपये के सुधार के साथ 10,100 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।